sidh kunjika No Further a Mystery
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षं
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
No. Pratyahara implies to deliver the senses inside. That is, closing off exterior notion. Stambhana fixes the perception inside by Keeping the considered even now plus the feeling.
इदंतु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे।
The daughter with website the mountain who is finish in herself, who is additionally traveling inside the sky, help me achieve mastery over the chant with the Goddess of Devi Mahatmya/ Saptashati
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु ।।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
इसके प्रभाव से जातक उच्चाटन, वशीकरण, मारण, मोहन, स्तम्भन जैसी सिद्धि पाने में सफल होता है.